पुदीना: लिवर का सुपरफूड और घर में उगाने के आसान तरीके!

481229183_1924705431690207_344737063820228687_n

पुदीना (Mint) आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा में लिवर के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके पत्तों को नियमित सेवन करने से लीवर डिटाक्स हो जाता है साथ ही साथ लीवर में जमें गंदगी को साफ करता है।

लिवर डिटॉक्स करता है – पुदीना में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो लिवर से विषैले तत्व निकालने में मदद करते हैं। साथ ही साथ लिवर को स्वस्थ बनाते हैं।

पाचन सुधारता है – यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और फैटी लिवर जैसी समस्याओं से बचाने में मदद करता है। फैट कटर के रूप में काम करता है।

पित्त रस का संतुलन बनाए रखता है – पुदीना पित्त रस (Bile) के प्रवाह को नियंत्रित करता है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है। और खाद्य पदार्थ को डाइजेस्ट करने में मदद करता है।

फैटी लिवर में सहायक – अगर लिवर में चर्बी बढ़ गई हो, तो पुदीने का सेवन इसे कम करने में मदद कर सकता है। यह एक बेहतरीन विकल्प है।

एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण – इसमें सूजनरोधी गुण होते हैं, जो लिवर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही साथ घाव भरने में मदद करते हैं।

पुदीना उगाने के तरीके

घर में पुदीना उगाना बहुत आसान होता है। इसे बीज या कटिंग (तने की शाखा) से उगाया जा सकता है।

1. पुदीना कटिंग से उगाने का तरीका:

किसी भी स्वस्थ पुदीना की डंडी (5-6 इंच लंबी) लें।
इसके निचले पत्ते हटा दें और इसे पानी में डालें।
कुछ दिनों में इसमें जड़ें निकल आएंगी।
जब जड़ें 1-2 इंच लंबी हो जाएं, तो इसे मिट्टी में लगा दें।
हल्की नमी बनाए रखें।

पुदीना उगाने के लिए कुछ खास टिप्स:

इसे ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती, हल्की छायादार जगह बेहतर होती है।
मिट्टी में जैविक खाद (गोबर या कंपोस्ट) मिलाएं ताकि यह तेजी से बढ़े।
हर 15-20 दिन में हल्की कटाई करें ताकि नई पत्तियाँ आती रहें।
ज्यादा पानी देने से बचें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं।
अगर आप पुदीने का सही तरीके से ध्यान रखेंगे, तो यह पूरे साल हरा-भरा रहेगा!

अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो कृपया वृक्ष लगाओ वृक्ष बचाओ आंदोलन के पेज को लाइक फालो एवं शेयर अवश्य करें। धन्यवाद आपका